नेहा के बेटे का आरव से प्रेरित होना
एक रात, आरव को एक सरकारी अधिकारी का संदेश मिला। उस अधिकारी ने आरव को बताया कि सरकार उसके मॉडल स्कूल को पूरे राज्य में लागू करना चाहती है। यह सुनकर आरव को गर्व महसूस हुआ, लेकिन उसने कहा, “मेरा लक्ष्य सिर्फ मॉडल बनना नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव लाना है।”
उसने अधिकारियों को सुझाव दिया कि शिक्षा का अधिकार हर गांव तक पहुंचे। अधिकारियों ने उसकी बात मानी और उसे सलाहकार के रूप में नियुक्त किया। आरव ने अपनी मेहनत और अनुभव के दम पर शिक्षा व्यवस्था में कई सुधार किए।
नेहा का बेटा, जो अब बड़ा हो चुका था, आरव से बहुत प्रभावित था। उसने आरव से अपने जीवन के मार्गदर्शन के लिए अनुरोध किया। आरव ने उसे समझाया कि जीवन में सही और गलत के बीच का अंतर समझना सबसे जरूरी है। उसने उसे सिखाया कि कैसे अपने सपनों को साकार किया जा सकता है।